“वो सुनते हैं न कि कभी ड्रैगन था , उसी तरह होगा कि कभी ज़रदोज़ी थी। एक दिन वह आएगा कि हमको किसी मंदिर या दरगाह में भीख मांगनी पड़ेगी।” ,says nazir. Coming such words from the finest zardoz in old Lucknow is heart-wrecking. Unfortunately, not only zardozi but chikankari, handblock printing, chanderi, many…